‘ऑपरेशन सिन्दूर’ और उसके भविष्यকে ঘিরে একটি स्पष्ट ও दृढ़ বার्ता দিয়ে प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को देश को संबोधित किया। यह भाषण भारत-पाकिस्तान संघर्षविरতির মাত্র দুই দিন পর এল এবং इससे জাতিকে আশ্বস্ত করা হয়েছে, পাশাপাশি বিজেপির দেশব্যাপী প্রচারের রূপরেখাও নির্ধারণ হয়েছে।
इस अभियान के तहत 13 मई से 23 मई तक भाजपा द्वारा देशभर में ‘तिरंगा यात्रा’ निकाली जा रही है। सोमवार को आयोजित पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी ने स्पष्ट कर दिया कि भारत का अभियान अपने इच्छित लक्ष्य में सफल रहा है।
‘तिरंगा यात्रा’ के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में लोगों को तिरंगा लेकर रैलियाँ करते हुए देखा जाएगा। समाज के विभिन्न वर्गों के प्रमुख व्यक्ति इस यात्रा में शामिल होंगे। भाजपा का उद्देश्य है कि प्रधानमंत्री मोदी की अटूट प्रतिबद्धता, सशस्त्र बलों की वीरता और संकल्प का संदेश हर नागरिक तक पहुँचे।
इस राष्ट्रव्यापी अभियान में बाइक रैली, जनसभा, झंडा फहराने के कार्यक्रम और विभिन्न शहरों में जनसंपर्क गतिविधियाँ भी शामिल हैं।
रविवार रात भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक हुई, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी के अन्य शीर्ष नेता उपस्थित थे। सूत्रों के अनुसार, इसी बैठक में ‘ऑपरेशन सिन्दूर’ को लेकर भाजपा की आगे की रणनीति तय की गई।
निर्देश साफ था: सेना की सफलता को प्रमुखता दी जाए, लेकिन कहीं भी विजय के उत्सव या आत्मप्रशंसा का स्वर नहीं हो। इसके बजाय, दृढ़ और सुरक्षित राष्ट्रवाद की छवि को और मजबूत करने पर जोर दिया जाएगा। चूंकि संघर्षविरति लागू है, इस समय प्रचार अभियान के केंद्र में खुद प्रधानमंत्री मोदी आ गए हैं—ऐसा भाजपा के करीबी सूत्रों का कहना है।
सूत्रों के अनुसार, संघर्षविरति को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और विदेश सचिव मार्को रुबियो की टिप्पणियों से कैसे निपटा जाए, इस पर भी पार्टी में चर्चा हुई। विपक्ष ने भी इन टिप्पणियों को लेकर आवाज उठाई है।
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