ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच जो संघर्षविराम शुरू हुआ है, वह फिलहाल जारी रहेगा। भारत के DGMO ने स्पष्ट कर दिया है कि पाकिस्तान के DGMO के साथ अभी कोई नई चर्चा या बैठक नहीं होगी। यह जानकारी सेना की ओर से दी गई है।
12 मई को भारत के DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई और पाकिस्तान के DGMO के बीच आखिरी बार बातचीत हुई थी। उस दिन दोनों पक्षों की बातचीत में संघर्षविराम की अवधि को बढ़ाया गया था। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा था कि रविवार को दोनों पक्षों के बीच फिर से बातचीत हो सकती है। लेकिन भारतीय सेना ने साफ कर दिया है कि रविवार को कोई नई चर्चा नहीं होगी। फिलहाल संघर्षविराम ही लागू रहेगा।
12 मई की बातचीत में ही यह तय हो गया था कि इस संघर्षविराम की कोई निश्चित समयसीमा तय नहीं की जाएगी। दोनों पक्षों ने इस समझौते को न तोड़ने का वचन दिया है।
10 मई को इस संघर्षविराम की घोषणा भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने की थी। उसी समय दोनों देशों के DGMO के बीच हॉटलाइन पर बात हुई थी। इसके बाद 12 मई को फिर से दोनों के बीच बातचीत हुई, और उस दिन हुई चर्चा के अनुसार ही अभी संघर्षविराम जारी है।
हालांकि संघर्षविराम लागू होने के बाद भी पाकिस्तान ने इसे तोड़ा। उस समय DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने चेतावनी दी थी कि अगर ऐसी घटनाएं दोहराई जाती हैं, तो सेना के कमांडरों को उन्हें रोकने के लिए पूर्ण अधिकार दिए गए हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर पाकिस्तान लगातार समझौते का उल्लंघन करता रहा, तो भारत एक इंच भी जमीन नहीं छोड़ेगा।
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